कहते हैं कि दुनिया को दिल की नजर से देखना चाहिए, क्योंकि जब आप किसी प्राचीन इमारत, रास्ते आदि को देखते हैं या उसके पास गुजरते हैं तो वहां आपको पुरानी जिंदगियों के निशान मिलते हैं। विदेश की बात आए तो भारत के लोग सबसे ज्यादा पसंद करते हैं यूरोप जाना। क्योंकि वहां प्राचीन संस्कृति और सभ्यता के साथ ही आधुनिकता का वैभव भी हर तरफ दिखता है। यूरोप में भी ब्रिटेन, स्विटजरलैंड, इटली, फ्रांस, जर्मनी और हॉलैंड आदि देश भारतीय पर्यटकों को खास तौर से पसंद हैं। यदि आप यूरोप की यात्रा पर निकल रहे हों तो कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है। कुछ बातें पहले से जान लें तो बेहतर होगा। मसलन यह कि कहां क्या देखें, घूमने के लिए कौन सा साधन लें, खर्च कितना आएगा तथा वहां के कानून व रीति-रिवाज के अनुसार क्या करें और क्या न करें।
यूरोपीय देशों के लिए एयर इंडिया तथा कई अन्य विदेशी एयरलाइंस की नियमित उड़ानें हैं। यूरोपीय देशों में जाने के लिए अप्रैल से अक्टूबर के बीच का समय बेहतर है, लेकिन अगस्त व सितंबर के महीने सबसे अच्छे होते हैं। यूरोप में दर्शनीय स्थलों की कमी नहीं है। अत: नजदीक की जगह पहले और दूर की जगहें बाद में देखें। खर्च बचाने के लिए चाहें तो किसी ग्रुप में शामिल हो जाएं। हालांकि वहां हॉस्टल और प्राइवेट कॉटेज भी मिलते हैं। चूंकि लंदन बहुत महंगा शहर है, अत: वहां खास जगहों को ही वरीयता दें। इटली जाने से पहले यह तय कर लें कि पहले नया इटली देखना है या पुराना।
घूमने के साधन
लंदन घूमने के लिए बिग बस कंपनी, लंदन साइट सीइंग, डिस्कवर लंदन, फ्रॉग, लंदन बाइसिकल टूर, रॉयल लंदन टूर, रिवर क्रूज आदि बढि़या व सस्ते साधन हैं। स्विटजरलैंड में साधारण व सुपरफास्ट ट्रेनों का मजा लिया जा सकता है। यहां टैक्सी, बस व ट्राम की भी अच्छी सुविधा है। यहां किराये पर साइकिल लेकर भी घूमा जा सकता है। इटली छोटा देश है और घूमने के लिए पैकेज साइट सीइंग टूर और स्पेशल टूरिस्ट व्हीकल उपलब्ध है। इसकी जानकारी एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशनों आदि पर मिल जाती है। पेरिस छह हिस्सों में बंटा है और सभी ट्रेनों से जुड़े हैं।
लंदन में बिना पैकेज टूर के एक व्यक्ति का एक दिन का बजट दस से बीस हजार रुपये है। हवाई जहाज से आने-जाने में लगभग 40 हजार रुपये। इस तरह तीन दिन घूमने में प्रति व्यक्ति एक लाख रुपये का बजट जरूरी है। स्विटजरलैंड में बिना पैकेज टूर के एक व्यक्ति का बजट 15 से 25 हजार रुपये आता है। हवाई जहाज से आने-जाने में लगभग 50 हजार रुपये का खर्च आता है। इस तरह तीन दिन घूमने में प्रति व्यक्ति सवा से डेढ़ लाख रुपये का खर्च आता है। इटली आने-जाने व प्रतिदिन का खर्च जोड़कर एक सप्ताह का बजट एक व्यक्ति के लिए डेढ़ से दो लाख रुपये आता है। पेरिस में बिना पैकेज टूर के एक दिन का प्रति व्यक्ति बजट 15 से 20 हजार रुपये है। हवाई जहाज से यहां आने-जाने का खर्च लगभग 60 हजार रुपये है। तीन दिन घूमने में प्रति व्यक्ति एक से डेढ़ लाख का बजट जरूरी है।
क्या करें
जहां जाना हो, वहां के मौसम का पता कर लें और इसे ध्यान में रख कर सामान पैक करें। यह पता कर लें कि आप जिस या जिन देशों की यात्रा पर जा रहे हैं, वहां कोई खास बीमारी तो नहीं होती, यदि हां तो इसका उपाय कर लें। अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट के लिए तीन घंटे पहले हवाई अड्डे पहुंचें। पासपोर्ट हमेशा अपने पास रखें।
क्या न करें
इटली में अपने बिल के दस प्रतिशत से ज्यादा टिप न दें। स्पेन में टिप को बिल के राउंड फिगर में कर दें। ग्रीस में 40 यूरो तक की टिप दे सकते हैं। हंगरी में टिप टेबल पर न छोडे़ं। जितनी राशि देना चाहते हैं, उसे वेटर को बताकर बिल में ही जुड़वा दें। फ्रांस में आपके बिल में सर्विस चार्ज जोड़ लिया जाता है। अत: वहां टिप देने की जरूरत नहीं पड़ती। ब्रिटेन और मोरक्को में पहली बार किसी से मिलने पर हाथ जरूर मिलाएं। फ्रांस में ज्यादा न मुस्कराएं। इसे वहां बेवकूफी समझा जाता है। वहां जब आप भोजन के लिए जाएं तो शराब पीकर न जाएं। पुर्तगाल में खाना खाते समय उंगलियां न चाटें। स्विटजरलैंड में च्वींगम चबाने से बचें, अन्यथा जुर्माना हो सकता है। रोम के लोग बेहद व्यवहारकुशल होते हैं, अत: वहां जाएं तो वैसा ही व्यवहार करें।
भाषा का सवाल
लंदन में अंग्रेजी से काम चल जाएगा। स्विटजरलैंड काफी ठंडा देश है। यहां गर्म कपड़े अवश्य साथ ले जाएं। यहां सभी निर्देश अंग्रेजी व स्विस दोनों भाषाओं में मिलते हैं। इटली में भाषा को लेकर परेशानी हो सकती है। अत: गाइड की मदद लें। पेरिस में भी भाषा समझने में परेशानी आ सकती है। अत: गाइड की मदद लें।
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