क्या कभी आप ऐसे क्षेत्र में गये हैं जहाँ पूरी भारतीय सेना भर्ती हो? जी हाँ, हम ऐसे ही क्षेत्र के बारे में यहाँ आपको बता रहे हैं जो भारतिय सेना से तो भरी है ही और उत्तराखंड की एक अनदेखी खूबसूरती भी है। प्रकृति की खूबसूरती से लबालब चकराता एक छावनी क्षेत्र है। यह क्षेत्र 24 घंटे सेना की रखरखाव में रहता है। यहाँ किसी भी विदेशी यात्री का आना बिल्कुल ही प्रतिबंधित है। टौंस नदी और यमुना नदी के बीच बसा यह क्षेत्र, ब्रिटिश इंडियन आर्मी का छावनी क्षेत्र हुआ करता था। बारिश के मौसम में चकराता का दृश्य
यहाँ की लोकल जाति, जौनसारी जाति जो अब भी कई भागों में मिल जाएंगी, के नाम से इस क्षेत्र को जौंसार बावर के नाम से भी जाना जाता है। इस क्षेत्र की खास बात यह है कि यह क्षेत्र अब तक आधुनिक सुख सुविधाओं से परे है। सबसे कम जनसंख्या वाले इस क्षेत्र में आपको रहने के लिए होटल भी गिने चुने, 2 या 4 ही मिलेंगे। सेना की कड़ाई के वजह से भी इस क्षेत्र की खूबसूरती अब तक अनदेखी खूबसूरतीयों में से एक है। चकराता
चकराता के आकर्षण 1 टाइगर फॉल: लगभग 100 मीटर के पहाड़ की उँचाई से गिरता यह झरना उत्तराखंड का सबसे उँचा डायरेक्ट फॉल है। इस झरने को देखने के लिए आपको 6 किलोमीटर की ट्रेकिंग करनी होगी। यहाँ तक पहुँचने के लिए बस की सुविधा उपलब्ध नहीं है। कच्चे और संकरे रास्तों की वजह से यहाँ तक आपका ट्रेकिंग द्वारा जाना ही सही रहेगा। और जब आप यहाँ पहुँच जाएँगे तब इस झरने की महिमा देखना अपने में एक अद्भुत नज़ारा है। टाइगर फॉल 2. बूढ़ेर(मोइला दंडा): चकराता के समीप ही बूढ़ेर, घास का विशाल मैदान. 2800 मीटर की उँचाई पर बसा एक सुरम्य दृश्य है। यहा पुराने चुनापत्थरों के गुफ़ाओं का भी क्षेत्र है जो हमे महाभारत के युग में ले जाता है। ठंड के समय बर्फ से ढक जाने वाले इस क्षेत्र में कई सारे साहसिक ठंड के खेल भी आयोजित किए जाते हैं। यह मैदान देवदार के घने जंगलों से घिरा हुआ है जो एशिया के सबसे उत्तम जंगलों में से एक है। देववन से चकराता का मनोरम दृश्य
देववन: देववन रात्रि के समय कैंप का मज़ा लेने के लिए सबसे अच्छा क्षेत्र है। यहाँ से आप बर्फ से ढके हिमालय के पर्वतों का विहंगम दृश्य देख सकते हैं। चकराता से यहाँ तक के लिए रास्ते का मार्ग है, जहाँ आप कोई निजी गाड़ी करके या कानसार से ट्रेकिंग द्वारा पहुँच सकते हैं। कानसार देवदार के वृक्षों से घिरा क्षेत्र है। 4. चिरमिरी: चिरमिरी चकराता मार्केट से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर है। यह क्षेत्र सूर्यास्त के नज़ारे का सबसे उत्तम दृश्य का अनुभव करता है। चिरमिरी में सूर्यास्त का सुरम्य दृश्य
5. मुंडाली: मुंडाली चकराता का विशाल घास का मैदान है जहाँ आप ट्रेकिंग द्वारा ही पहुँच सकते हैं। यहाँ आप को ठंड के कई खेलों का आनंद उठाने का मौका मिलेगा। चकराता की इन सारी खूबसूरती के साथ यहाँ के कई लोकल मंदिर भी किसी आकर्षक केंद्रों से कम नहीं हैं। यहाँ के लोग 'बाबा बालकनाथ' में ज़्यादा विश्वास रखते हैं। राड़िना, थाइना, महासू देवता मंदिर, इन्द्रौली, लखवार और लखमंडल यमुना नदी पर बसे ऐसे क्षेत्र हैं जो अपने पुराने शिव मंदिर के लिए लोकप्रिय हैं। यहाँ कई प्राकृतिक गुफ़ाएँ भी हैं। चकराता का मार्ग तो आप अब जब भी कभी उत्तराखंड या देहरादून के नज़ारों का मज़ा लेने के लिए वहाँ की यात्रा की योजना बनाएँ तो इस क्षेत्र को अपनी योजना में शामिल करना ना भूलें और साथ ही साथ अपने पहचान पत्र लेना ना भूलें, क्युंकि जैसा कि ऊपर बताया गया है, यह एक छावनी क्षेत्र है तो यहाँ की सेना कभी भी छोटे से शक़ होने पर भी आपकी जाँच पड़ताल कर सकती है। चकराता में देवदार के घने जॅंगल
चकराता पहुँचें कैसे? सड़क यात्रा द्वारा: दिल्ली और उत्तराखंड के कई मुख्य क्षेत्रों से चकराता तक के लिए कई सारी बस सुविधाएँ उपलब्ध हैं। आप निजी गाड़ी द्वारा भी यहाँ तक की यात्रा कर सकते हैं, पर निजी गाड़ी से जाने से पहले पेट्रोल या डीज़ल भरपूर मात्रा में अपनी गाड़ी में उपलब्ध करा लें क्युंकि आपको चकराता में पेट्रोल पंप की सुविधा नहीं मिलेगी। रेल यात्रा द्वारा: चकराता का सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन है देहरादून का रेलवे स्टेशन। यहाँ पहुँच कर आप किसी भी निजी गाड़ी या बस की सुविधा द्वारा आराम से यहाँ पहुँच सकते हैं। देहरादून तक के लिए ट्रेन की सुविधा हर जगह से आसानी से उपलब्ध है। हवाई यात्रा द्वारा: जॉली ग्रांट एयरपोर्ट चकराता का सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट है, जो लगभग 113 किलोमीटर की दूरी पर है। यहाँ पहुँच कर आपको टॅक्सी की सुविधा आराम से मिल जाएगी।
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